- वित्त मंत्री की सीख है , धरें निवेशक धीर |
- डूबे नित्य बाज़ार है , कौन सुनाएँ पीर ||
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- मंदी की इस रेस में , डॉलर क्यों मज़बूत |
- बात समझ से दूर है, कैसा मंदी का भूत ||
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- स्वर्ण रजत सब खो रहे, नित्य चमक जो भाव |
- कहाँ रुकेगा जाय कर , खोजो कछु उपाव ||
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- गर्व सफलता भेजकर, चंदा पर जो यान |
- विश्व बॉस चिंता करे ,आगे क्यों हिन्दुस्तान ||
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- दिवाली इस बार की , ली घुंडी से हीन |
- दिवाला इस पर्व पर , लक्षपति भये दीन ||
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