November 2, 2011

साईं वंदना

रहम नजर करो अब मोरे साईं !
तुम बिन नही  मोरे माँ -बाप भाई !
मै अँधा हु  बन्दा  तुम्हारा !
मै न जानू , अलाह  इलाही !
खाली जमाना  मैने गवाया!
साथी आखर का किया न कोई अलाही !
अपने मस्जिद का झाड़ू  भक्त है !
मालिक हमारे तुम बाबा साईं !

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